किसी गाँव में एक सुन्दर नाम का छोटा सा लड़का रहता था। वह हर दिन स्कूल जाता था, लेकिन वह अक्सर देर से उठता था। और बस का इंतजार करते करते स्कूल चला जाता था। उसकी माँ ने उसे समय का महत्व सिखाने का प्रयास किया, लेकिन वह हमेशा अनदेखा करता था।
एक दिन, सुन्दर को उसके दोस्त नील के साथ एक प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिला। उन् दोनों ने तैयारी शुरू की, लेकिन सुन्दर ने समय की अहमियत को अब तक समझ नहीं पाया था।
प्रतियोगिता के दिन, सुन्दर अपने दोस्त नील से पहले पहुंच गया, लेकिन नील के साथ समय पर पहुंचने के बावजूद उसका मन उदास था। उसने अपने दोस्त से कहा, “मैं तो समय पर पहुंच गया, लेकिन अब क्या?”
नील ने मुस्कुराते हुए कहा, “सुन्दर, समय पर पहुंचना ही काफी नहीं है, समय को सही तरीके से प्रयोग करना भी जरूरी है। हमें तैयारी के लिए समय से पहले शुरू करना चाहिए ताकि हम अच्छी तरह से तैयार हो सकें।”
सुन्दर ने नील की बातों को समझा और उसने अपनी तैयारी को संयमित किया। प्रतियोगिता में उन्होंने प्रदर्शन किया और अपने दोस्त नील को हराकर पहला पुरस्कार जीता।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलत्ती है कि समय काबहुत महत्व होता है, लेकिन समय का सही तरीके से प्रयोग करना भी बहुत महत्वपूर्ण है। अगर हम समय को सही तरीके से उपयोग करते हैं, तो हम किसी भी मुश्किल का सामना कर सकते हैं और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
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