यह कहानी एक छोटे गाँव की है, जहाँ एक प्यारे से जोड़े, आदित्य और सिया, रहते थे। उनका प्यार गाँव वालों के बीच बहुत प्रसिद्ध था, लेकिन उनकी खुशियाँ जल्द ही आत्मा के डरावने संगीन विचरण से उलझ गई।
एक रात, जब चाँदनी की रोशनी छाई हुई थी, आदित्य और सिया एक जंगल में घूमने निकले। वहाँ, एक पुराने हावेली के पास पहुँच कर, वे देखते हैं कि उसमें कोई अजीब और डरावनी आवाज आ रही है।
आदित्य और सिया ने वहाँ जाँच की और एक पुरानी किताब मिली, जिसमें एक प्राचीन श्लोक लिखा था। बिना डरे, वे उसे पढ़ने लगे, लेकिन जैसे ही उन्होंने अंतिम श्लोक को पढ़ा, वहाँ एक डरावनी आत्मा की प्रतिमा उभर आई।
आत्मा ने कहा, “तुम ने मेरी नींद को तोड़ दिया है, अब तुम्हें मेरी रोहितस्वा की कद्र करनी होगी।” और उसके बाद, उसने आदित्य और सिया को एक अजीब मांग की।
वे डर के मारे उस मांग को मान गए। वहाँ से वापस लौटते समय, उन्होंने एक अजीब बच्चे को देखा, जो बच्चा आत्मा की मांग का पूरा करने के बाद हुआ था।
यह घटना उनके जीवन में एक अजीब रहस्य बन गई, जो उन्हें हमेशा याद रहेगा।